मायउपचर बदलेगा मरीज की जिंदगी रजत गर्ग

 

 

मायउपचार एक ऐसा प्लेटफार्म है जिसमें 10 मिलियन लोग अपनी बीमारियों के लिए विजिट कर रहे है, जिसमें महिलाएं 60 फीसदी हैं। 21 से 34 साल की उम्र के लोग हर महीने मायउपचार की वेबसाइट पर दुबारा आ रहा है। यह बात मायउपचर के को-फांउडर रजत गर्ग ने उत्तर प्रदेष की राजधानी लखनऊ में प्रेसवर्ता के दौरान कही।
उन्होंने बताया कि पायलेट परियोजना में अलीगढ़ के और सोनीपत के पाचास गांवों में मायउपचार वेबसाइट और मोबाइल एप्लीकेषन से मरीजों और तीमारदारों को इलाज के लिए बेस्ट सर्विसे देने में कामयाब हुए है।
रजत गर्ग ने बताया कि मायपचार की मोबाइल एप्लीकेषन पर 95 फीसदी लोग भरोसा कर रहे हैं और 600 हजार से ज्याद लोग फेसबुक पर फालोअप कर रहे है।
इस मौके पर उन्होंने बताया की वह गांवों में साथी सलाहकारों की नियुक्त कर रहे है जोकि आषा या एमएन की तरह दक्ष होगे साथ ही आनलाइन डाक्टरों की व्यवस्था भी है ।
रजत गर्ग ने बताया कि स्मार्ट कार्ड लांच किया है जिसकी कीमत 999 रुपये है इस कार्ड से मरीज को उनकी भाशा में डाक्टर इलाज और दवा बतायेंगे। साथ ही इसमें डाक्टर आनॅलाइन परामर्ष देंगे।
मायउपचर के को-फांउडर रजत गर्ग ने बताया इस कार्ड से जांच में 30 फीसदी की बचत होगी। साथ ही दवा खरीद में 20 फीसदी तुरंत और 5 फीसदी कैषबैक के रुप में मिलेगा।
उन्होंने बताया कि दवा और जांचों के लिए स्थानिय लोगों के साथ अनुबंध किया है, जिससे भविश्य की समस्या कम आयेगी। जबकि इस तरह के कई प्लेटफार्म उत्पाद बनाने के बाद मार्कट में आते है तब तक उनके उत्पादों का बजट सीमा लांघ जाता है। यही वजह है इस तरह की कंपनियां बंद हो गयी।